बिन कंगना,बिन चुनर बिन कोई साज श्रृंगार,
बन गई हूँ मैं तेरी दुल्हन क्या तुझे है स्वीकार?
बन गई हूँ मैं तेरी दुल्हन क्या तुझे है स्वीकार?
Written By Ritika {Preeti} Samadhiya.... Please Try To Be A Good Human Being....✍
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