शुक्रवार, 23 जून 2017

हाथ की व्यथा - व्यंगय


याद कीजिये वो दिन, जब मास्टर जी आपको गाल पर जोर से तमाचा मरने वाले थेl और अपने कहा, सर, हाथ पे मार लो l कभी कोई भी आपको पीटे तो फट से पहले हाथ ही आता है बचाव के लिए, गिरते समय भी वो हाथ ही होता है जो मुँह पे लगने से बचाता है। 
फिर भी पूरी तवज्जो चेहरे को दे देते हो l
आपका भविष्य आपके हाथो में है, आपकी किस्मत की लकीरे आपके हाथो में है, आपकी मेहनत आपके हाथो से है, और आपकी ताकत आपके इन दोनों हाथो में है l 
 हाथ नहीं तो कुछ नहीं। 
शादी के लिए लड़की का हाथ ही मांगते हो, फिर उसके हाथ पीले होते है, फिर वो आपके हाथ पकड़ के हमसफ़र बनती है।  
तो देखो, अपने हाथो को और उनकी ताकत को पहचानो और प्यार करो इससे और इसे और ताकतवर बनाओ, 
यही हाथ की व्यथा और इच्छा है, चलो अब मेरे हाथो को आराम देता हूं l

By Satish Sikhwal


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