फितूर-ए-इश्क़ : Hatheli Pe Chaand | Infinite Love: ज़मीं को चूमने की हसरत में , जब शाख़ से कोई पत्ता टूटेगा , जब फ़िर किसी के इंतज़ार में , किसी शाम सूरज तनहा ही डूबेगा , जब रुल...
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